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राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana
इस अभियान को हमारे भारत देश के वित्त मंत्री अरूण जेटली के द्वारा शुरू किया गया। इसी बीच हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आयुष्मान भारत को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना(Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana) के अन्तर्गत शुरू किया गया।
यह योजना गरीब परिवारों के सहायता के लिए शुरू की गई है जो गरीब परिवार के स्वास्थ्य जीवन में उपचार करवाने में मुस्किल होती थी। इसी कारण इस अभियान को लागू किया गया। इसे स्पष्ट रूप से मान्यता दी गई है कि स्वास्थ्य बीमा योजना के माध्यम से जोखिम के कारण निर्धन परिवारों को सुरक्षा देने का प्रयास कर रहे हैं।
अधिकांष कामगारों के पास काई एक माध्यम के जरीये समाजिक सुरक्षा कवरेज किया जायेगा। 2015-16 के बजट में इस योजना की चर्चा हुई थी। वित्त मंत्री अरूण जेटली भाषण देने के दौरान एक लाख रूपये को कवरेज के साथ देने की घोषणा की थी।
इसके बाद 15 अगस्त 2016 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण में गरीबों के मदद के लिए इस अभियान को जागरूक किया। सरकार एक तरफ सरकारी अस्पतालों की स्थिति कमजोर करती जा रही है और किसी तरफ लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा के नाम पर निजी अस्पतालों की तरफ धकेलती है।
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान (Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojan) सामान्य रूप से देश में विभिन्न भागों में सस्ती एवं विष्वसनिय माना जाता है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा
अभियान का उद्यैष्य
Purpose of Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana
- इस योजना का उद्यैष्य सामान्य रूप से देश में विभिन्न भागों में सस्ती एवं विश्वसनिय स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाना है।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान से गरीब परिवारों को स्वच्छ मेडिकल क्षेत्र में बहुत सारी सहायता प्रदान करेगी। इसी कारण भारत के गरीब व्यक्ति पैसे की कमी से अपनी बीमारी का ईलाज नही करवा पाता है लेकिन इस योजना के अन्तर्गत एक व्यक्ति को 5 लाख रूपये की सहायता देगी।
- इसीलिए भारत सरकार ने इस राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान को लागू किया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान से लाभ
Benifits Of Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana
- इस योजना से लाभ यही होगा कि सभी गरीब परिवारों को 5 लाख रूपये का लाभ प्राप्त होगा।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान के तहत् लोगों को वित्रीय सहायता का उपयोग करते हुए किसी भी अस्पताल में माध्यमिक उपचार का लाभ उठा सके।
- इसके अतिरिक्त सरकार को सामाजिक उत्तरदायित्व पहल के एक भाग के रूप में कार्यक्रम में शामिल होने के निजी उद्यमों को सामिल करने का ध्यान दिया है।
- लाभार्थियों के लिए उपलब्ध चिकित्सा पैकेज की अच्छी राशि दिये जायेंगे। जिससे सर्जरी दवा और नैदानिक लागत का भी उपचार होगा।
- यह योजना समाजिक क्षेत्र के साथ-साथ निजी क्षेत्र को भी विकसित करेगा।
प्रथम चरण
10 राज्यों में फैले 13 मौजूदा चिकित्सा संस्थाओं में प्रत्येक संस्थान के हिसाब से 120 करोड़ रुपये( इसमें 100 करोड़ रुपये केन्द्र सरकार से और २० करोड़ रुपये राज्य सरकारों द्वारा व्यय किया जाएगा) के परिव्यय कर उन्हें उन्नत किया जाएगा। ये संस्थाएं हैं-
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, जम्मू, जम्मू और कश्मीर
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर
- कोलकाता मेडिकल कॉलेज, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
- संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट चिकित्सा विज्ञान संस्थान, लखनऊ, उत्तर प्रदेश
- चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
- चिकित्सा विज्ञान के निजाम इंस्टीट्यूट, हैदराबाद, तेलंगाना
- श्री वेंकटेश्वर चिकित्सा विज्ञान संस्थान, तिरुपति
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, सेलम, तमिलनाडु
- बी.जे. मेडिकल कॉलेज, अहमदाबाद, गुजरात
- बंगलौर मेडिकल कॉलेज, बेंगलुरू, कर्नाटक
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, तिरुवनंतपुरम, केरल
- मेडिकल साइंसेज के राजेंद्र इंस्टीट्यूट (आर), रांची
- अनुदान प्राप्त मेडिकल कॉलेज एवं सर जे.जे. समूह के अस्पताल, मुंबई, महाराष्ट्र।
द्वितीय चरण
जिनमें से एक पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश राज्य के संस्थान का और छह मेडिकल कॉलेज संस्थानों के उन्नयन को मंजूरी दी गई हैं जो इस प्रकार हैं-
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, अमृतसर, पंजाब
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, टांडा, हिमाचल प्रदेश
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, मदुरै, तमिलनाडु
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, नागपुर, महाराष्ट्र
- जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज,अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय,अलीगढ़
- पं.बी.डी. स्नातकोत्तर चिकित्सा विज्ञान संस्थान,रोहतक
PMSSY के तीसरे चरण में मौजूदा निम्नलिखित चिकित्सा कॉलेज संस्थानों के उन्नयन करने के काम का प्रस्ताव है
- सरकारी मेडिकल कालेज, झांसी, उत्तर प्रदेश
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, रीवा, मध्य प्रदेश
- सरकारी मेडिकल कालेज, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, दरभंगा बिहार
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, कोझीकोड, केरल
- विजयनगर चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बेल्लारी, कर्नाटक
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, मुजफ्फरपुर, बिहार
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