शाला अस्मिता योजना (SAY)
Shala Asmita Yojana
इस योजना के अन्तर्गत सभी छात्रों को शिक्षा एवं उनके गतिविधियों को नजर रखने के लिए केन्द्र सरकार Central government के द्वारा एक योजना की शुरूआत हुई। जो शाला अस्मिता Shala Asmita Yojana के नाम से जाना जाता है। इस योजना के तहत् सभी छात्रों को प्रगति और स्कूल(School)में तकनिकी उपकरणों से छात्रों को शिक्षा दी जाती है। अबतक का इस दुनिया में सबसे बड़ा दैनिक सिस्टम है। छात्र/छात्राओं को पढ़ने के लिए उन्हें स्कूलों में छोड़कर उसको सुधार करने का प्रयास करता है। सरकार ने इसी कारण बस देश में सरकारी और निजी स्कूलों में इस योजना की मदद से सुधार लाने की प्रयास कर रहे हैं। शाला अस्मिता योजना (SAY) Shala Asmita Yojana के द्वारा छात्रों और स्कूलों की गतिविधियों पर नजर रखा जायेगा। इस योजना के तहत् स्कूलों के छात्रों के गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सरकार ने इस योजना के सभी छात्रों के आधार कार्ड के नम्बर के जरीये सुरक्षित रखा जायेगा। इसी कारण वश 27 फरवरी 2018 को अबतक का 8.52 करोड़ स्कूली छात्रों के आधार कार्ड के जरीये स्टूडेण्ट पोर्टल(Student Portal) पर रजिस्ट्रड कर चुका है। इसि योजना के द्वारा सभी छात्र/छात्राओं को नई गतिविधियों से रखा जायेगा। इसके तहत् स्कूलों और छात्रों के ट्रेसिंग के कार्य को अंजाम देने के लिए उसे स्थानिय पदाधिकारी पर कार्य को सौपा जायेगा। इस योजना की देख-रेख का भार राज्य सरकार के द्वारा किया जायेगा। इसके अलावा जिस छात्रों के पास आधार कार्ड नही हो तो उसे स्टूडेण्ट एडेन्टी कार्ड का नम्बर दिया जायेगा। जोकि उसी से स्कूलों में छात्रों को उपस्थिति या अनुपस्थिति का विवरण रखा जायेगा। इस योजना के माध्यम से देश भर में प्राईवेट स्कूल में कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के छात्रों को ही शिक्षा संबंधी गतिविधियों से रखा जायेगा।
शाला अस्मिता योजना (SAY) का उद्यैश्य
Shala Asmita Yojana
- इस योजना का यह उद्यैश्य है कि सभी छात्रों को शिक्षा के गतिविधियों पर नजर रखने के लिए इस योजना को लागू किया है।
- जिसके तहत् सभी छात्र/छात्राओं को स्कूल में पढ़ने के लिए छोड़कर आने के बाद उसे सुधारने का प्रयास करता है।
- इस योजना की खास बात यह है कि स्कूलों में शिक्षक और प्रधानाचार्य के अनुपस्थिति एवं कक्षा में छात्रों पर ध्यान नही देने की समस्या को दूर हटाने का प्रयास हेतु इस योजना को जागरूक किया है।
- शाला अस्मिता योजना (SAY) के माध्यम से सरकारी स्कूल में मिड डे मिल में गड़बड़ी के शिकायत समस्या को भी हल करने की मदद करेगी।
- शाला अस्मिता योजना (SAY) का उद्देश्य सरकारी स्कूलों में शिक्षकों या प्रिंसिपल के नहीं रहने पर शिक्षा नहीं मिल पाने की समस्या को दूर करना है.
- सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (ICT) की मदद से छात्रों की मॉनिटरिंग करने की व्यवस्था की गयी है.
- स्कूल की पढ़ाई बीच में छोड़ देने की वजह तलाशना और उसे दूर करने के उपाय करना शाला अस्मिता योजना (SAY) का उद्देश्य है.
- स्कूल में छात्राओं के साथ अन्य स्टाफ की गतिविधियों पर भी शाला अस्मिता योजना (SAY) की नज़र रहेगी.
- शाला अस्मिता योजना (SAY) के जरिये स्कूल का रिपोर्ट कार्ड बनाया जा सकेगा.
- शाला अस्मिता योजना से मिड डे मील जैसी सरकारी योजना में गड़बड़ी की शिकायत पर कार्रवाई में मदद मिलेगी.
शाला अस्मिता योजना (SAY) से लाभ
Shala Asmita Yojana
- शाला अस्मिता योजना (SAY) से लाभ यही होगा कि सभी छात्रों को सरकार की तरफ से सहायता मिलेगी। जोकि सभी छात्र/छात्राओं को स्कूल में शिक्षा देने की गतिविधियों पर नजर रखा जाय।
- शाला अस्मिता योजना (SAY) के तहत छात्रों की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए उनके आधार का प्रयोग किया जाएगा. अगर किसी छात्र के पास आधार नहीं हुआ तो स्कूल के माध्यम से उसे यूनिक आइडेंटिटी नम्बर (UIN) दिया जायेगा.
- शाला अस्मिता योजना (SAY) का संचालन केंद्र एवं राज्य सरकार मिलकर करेगी. स्कूल और छात्रों के साथ टीचिंग स्टाफ पर नजर रखने का काम स्थानीय अधिकारी करेंगे
- शाला अस्मिता योजना (SAY) मे सरकारी स्कूलों में जो शिक्षक या प्रधानाध्यापक छात्रों की गतिविधियों पर नजर नही देते हैं उन्हें भी इस योजना के अन्तर्गत सुधारने का प्रयास करेगी।
- इस योजना के माध्यम से देश भर में छात्रों और स्कूल के व्यक्तिगत शैक्षिक प्रदर्शन का रिकॉड रखा जायेगा जिससे छात्र/छात्रा अपनी मनपसंद विषयों की रूची रख सके।
शाला अस्मिता योजना से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए इस लिंक का प्रयोग करिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय
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