
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान | PMSMA 2020 |Pradhan Mantri Surakshit Matritva Abhiyan
प्रधानमंत्री सरक्षित मातृत्व अभियान (Mantri Surakshit Matritva Abhiyan) भारत सरकार की एक नई अभियान है जिसमें प्रत्येक माह के नवीं तारीख को सभी गर्भवती महिलाओं को इस अभियान के तहत् देखभाल प्रदान करना सुनिष्चित किया गया है। इसमें गर्भवती महिलाओं सरकारी स्वास्थ्य केन्द्र के तहत् दूसरी और तीसरी तिमाही की समय में गर्भावस्था के 4 महिनें के बाद में उन्हें देखभाल का पूरा पूरी व्यवस्था किये जायेंगे। इस अभियान में गर्भवती महिलाओं को पूर्व जाँच सेवा विषेशज्ञों और चिकित्सा अधिकारी के द्वारा सुनिष्चित कराई जायेगी। इस अभियान की शुरूआत इस आधार पर की गई है कि सभी गर्भवती महिलाओं को चिकित्सा अधिकारियों के दौरान उचित तरीके से इसका पालन किया जाय कि इस अभियान से सभी गर्भवती महिलाओं को सहयोग मिल सके।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का उद्यैश्य | The purpose of the Prime Minister's Safe Motherhood Campaign | PMSMA
- इस अभियान का उद्यैष्य यह है कि सभी गर्भवती महिलाओं(Pregnant women) को इस अभियान के तहत् देख-रेख करवाई जाएगी।
- गर्भवती महिलाओं (Pregnant women) अपने होनेवाले बच्चे के लिए पूर्ण रूप से स्वस्थ्य रहेंगे जिसके तहत् बच्चें अपने बाल अवस्था में स्वस्थ्य और सुरक्षित रहेंगे।
- चिकित्सकों/विशेषज्ञों द्वारा दूसरी या तीसरी तिमाही की सभी गर्भवती महिलाओं (Pregnant women) को कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच सुनिश्चित करना हैं।
- प्रसव पूर्व जाँच के दौरान देखभाल की गुणवत्ता सुधारना, जिसमें निम्नलिखित सेवाएं शामिल हैं:
- सभी उपयुक्त नैदानिक सेवाएं।
- उपयुक्त नैदानिक स्थितियों के लिए स्क्रीनिंग।
- कोई भी नैदानिक स्थितियां जैसे कि रक्ताल्पता, गर्भावस्था प्रेरित उच्च रक्तचाप, गर्भावधि मधुमेह आदि का उचित प्रबंधन।
- उचित परामर्श सेवाएं एवं सेवाओं का उचित प्रलेखन रखना।
- उन गर्भवती महिलाओं (Pregnant women)को, जो किसी भी कारण से अपनी प्रसव पूर्व जाँच नहीं करा पायी, उन्हें अतिरिक्त अवसर प्रदान करना।
- प्रसूति/चिकित्सा के इतिहास और मौजूदा नैदानिक स्थिति के आधार पर उच्च ज़ोखिम गर्भधारण की पहचान और लाइन-सूची करना।
- हर गर्भवती महिला (Pregnant women) को विशेषत रूप से जिनकी पहचान किसी भी ज़ोखिम कारक या सहरुग्णता स्थिति में की गयी हैं, उनके लिए उचित जन्म योजना और जटिलता की तैयारी करना।
- कुपोषण से पीड़ित महिलाओं में रोग का जल्दी पता लगाने, पर्याप्त और उचित प्रबंधन पर विशेष ज़ोर देना। किशोर और जल्दी गर्भधारण पर विशेष ध्यान देना, क्योंकि इन गर्भधारणों में अतिरिक्त एवं विशेष देखभाल की ज़रूरत होती है।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान से लाभ | Benefits from Prime Minister's Safe Motherhood Campaign | PMSMA 2020
इस अभियान से लाभ ही लाभ है जो गर्भवती महिलाओं (Pregnant women) को उनके स्वस्थ्य जीवन में खुषयाली लाएगी। भारत सरकार उनके लिए इस अभियान को जागरूक किया है।
जिससे एक गर्भवती महिला (Pregnant women)को उनके होनेवाले बच्चे भी स्वस्थ्य सुरक्षित रहेंगे।प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए PMSMA ) देश में तीन करोड़ से अधिक गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए शुरू किया गया है।
इस अभियान के तहत लाभार्थियों को हर महीने की नवीं तारीख़ को प्रसव पूर्व देखभाल सेवाओं (जांच और दवाओं सहित) का न्यूनतम पैकेज प्रदान किया जाएगा। यदि किसी माह में नवीं तारीख को रविवार या राजकीय अवकाश होने की स्थिति में अगले कार्यदिवस पर यह दिवस आयोजित किया जाएगा।
इन सेवाओं को स्वास्थ्य सुविधा/आउटरीच पर नियमित एएनसी के अतिरिक्त प्रदान किया जाएगा।इन सेवाओं को शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में निर्धारित सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी/सीएचसी,डीएच/शहरी स्वास्थ्य केंद्रों आदि) पर उपलब्ध कराया जाएगा।जब कि इसका लक्ष्य सभी गर्भवती महिलाओं तक पहुंचना है, पर विशेष रूप से यह प्रयास होगा कि वे महिलाएं जिन्होंने एएनसी के लिए रजिस्टर नहीं किया है, तथा जिन्होंने रजिस्टर किया है, लेकिन एएनसी सेवाओं का लाभ नहीं उठाया है, एवं उच्च ज़ोखिम गर्भवती महिलाओं तक पहुंचें।आवश्यक रूप से, ये सेवाएं ओबीजीवाई विशेषज्ञों/चिकित्सकों द्वारा उपलब्ध करायी जाएगी।निजी क्षेत्र के ओबीजीवाई विशेषज्ञों/चिकित्सकों को, जहां सरकारी क्षेत्र के चिकित्सक उपलब्ध या पर्याप्त नहीं हैं, वहां सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वैच्छिक सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के लिए पात्रता
- यह योजना केवल गर्भवती महिलाओं के लिए लागू है ।
- योजना उन महिलाओं के लिए है जो शहरी क्षेत्रों या अर्ध-शहरी क्षेत्रों से नहीं हैं ।
- ग्रामीण इलाकों से गर्भवती माताओं को इस नि: शुल्क स्वास्थ्य देखभाल लाभ प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जाएगा ।
- गर्भावस्था के 3 से 6 महीने में महिलाएं इस प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) का लाभ लेने के लिए पात्र होंगी ।
उम्मीद है आपको PMSMA के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। यदि आपको इसके अलावा कोई और जानकारी चाहिए तो हमें कमैंट्स (Comment)में बताएं।
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